Saturday 7 May 2016

देखें, 'उड़ता पंजाब' का शानदार गाना 'चित्ता वे'

                                                                                                                                                                  

कैसे करते है अमीर और शक्तिशाली लोग धन की हेरा-फेरी


अपनी दौलत छिपाने को लेकर लीक हुए बड़े पैमाने पर गोपनीय दस्तावेजो से पता चला है की ताकतवर और रईस धन वाले लोग किस प्रकार अपनी धन दौलत छिपाने के लिए टैक्स की चोरी किया करते है | और उन तरीको का भी इस्तेमाल करते है जिससे उन्हें कम से कम टैक्स भरना पड़े | दुनिया की एक पनामा कंपनी मोसाक फोंसेका जो सबसे ज्यादा गोपनीयता से काम करनी वाली है जिसने अभी तक एक करोड दस लाख के गोपनीय दस्तावेज लीक किये हुए है | इन दस्तावेजो से पता चलता है कि मोसाक फोंसेका ने किस तरह अपने ग्राहकों के काले धन को वैध बनाने, प्रतिबंधों से बचने और कर चोरी में मदद की। कंपनी वाले कहते है की वो लोग तकरीबन चालिस बर्षो से बिना किसी आरोप के काम कर रही है | और उस पर कुछ करने का आरोप कभी नही लगा | दस्तावेजो से पता चलता है कि ७२ वर्तमान या पूर्व राष्ट्राध्यक्षो के तार इस कंपनी से जुड़े है | इनमे कई पिछले तानाशाह ऐसे भी है जिन पर पर अपने ही देश को लुटने का ही आरोप है | जर्मन अख़बार ज़ूटडॉयच ट्सायटूंग ने इन दस्तावेज़ों को देखा है और उन्हें इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) के साथ साझा किया।बीबीसी पैनोरामा और द गार्डियन ७८ उन देशों के १०७ मीडिया संस्थानों में से  शामिल है | जिन्होंने इन दस्तावेज़ों का अध्ययन किया है । जिसने ये दस्तावेज़ उपलब्ध कराए हैं। बीबीसी को उस सूत्र की पहचान नहीं पता है | इन दस्तावेज़ों में मोसाक फोंसेका कंपनी की हर दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का ब्यौरा दर्ज है । आईसीआईजे के निदेशक गेरार्ड राइल का कहना है|गेरार्ड राइल का कहना है की उनके दस्तावेज इतने ज्यादा है उनकी संख्या इतनी है की यह दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा झटका साबित होगा | इन दस्तावेज़ों में मिस्र के पूर्व तानाशाह होस्नी मुबारक, लीबिया के पूर्व शासक मुअम्मर गद्दाफ़ी और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार और उनके सहयोगियों से जुड़ी कंपनियों की गोपनीय जानकारी भी शामिल है।दस्तावेजो से अरबो डॉलर की हेराफेरी करने वाले एक संदिग्ध गिरोह जिसका सम्बन्ध एक रुसी बैंक से है जिसका पता चला है | जिसमें राष्ट्रपति पुतिन के करीबी सहयोगी भी जुड़े हुए हैं। जिसका सम्बन्ध रसिया बैंक से है जिस पर क्रामिया प्रकरण के बाद अमरीका और यूरोपीय संघ के प्रतिबंध लगे हैं। इन दस्तावेजो से पता चला है की यह बैंक किस तरह काम करता है विदेश में स्थित कंपनियों के ज़रिए पैसा लगाया जाता है जिनमें से दो कंपनियां आधिकारिक तौर पर उन लोगों की हैं जो रूसी राष्ट्रपति के सबसे करीबी दोस्तों में से एक है | उनका नाम सर्गेई रोल्डूगिन है और राष्ट्रपति की बेटी मारिया के गॉडफादर भी हैं । जो किशोरावस्था से ही पुतिन के मित्र थे |दस्तावेज़ों में आइसलैंड के प्रधानमंत्री सिगमंडर गुनलॉन्गसॉन का नाम भी आया है जिन पर एक गुप्त विदेशी कंपनी में करोड़ों डॉलर निवेश करने का आरोप है।

Thursday 19 November 2015

बिहार के चुनावी नतीजो से चकराया शेयर बाजार



नई दिल्ली
बिहार बिधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में  एनडीए को मिली करारी हार   से शेयर बाजार को तगड़ा झटका    लगा है | चुनाव नतीजो से बाजार में भारी दवाब देखा गया जिसके चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स १४३.८४ अंक की  गिरावट के साथ २६,१२१.४० अंक पर बंद हुआ | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी ३९.१० अंक की गिरावट के  साथ ,९१५.२० अंक पर बंद हुआ | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लड़े गए इस चुनाव में हार से बाजार में यह आशंका खडी हो गई है | कि  आर्थिक सुधारो के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अब केंद्र सरकार को काफी संघर्ष करना पड़ सकता है  इस नकारात्मक धारणा के बीच सेंसेक्स करीब  ६०० अंक की भारी भरकम गिरावट के साथ खुला | कारोबार के दौरान एनएसई २.३ फीसदी की गिरावट के साथ २९ सितम्बर के बाद के सबसे निचले स्तर तक पहुंच गया | हालाँकि बाद में हुई रिकवरी ने शुरुआती गिरावट को काफी हद तक पाट दिया |बाजार के जानकारों का कहना है कि बिहार के चुनावी नतीजे ऐसे समय में आना जब अमेरिका में ब्याज दरों बड़ोतरी की आशंका बढ़ रही है , बाजार को दोहरा झटका दे गया | अमेरिका में रोजगार का परिद्रश्य सुधरा है | और बेरोजगारी की दर साढ़े सात साल के निचले स्तर पर आ गई है | इससे दिसम्बर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वार ब्याज दरो में बड़ोतरी की संभावना बलवान हो गई है | अमेरिका में दरे बढने से भारतीय बाजार में विदेशी पूंजी के प्रवाह पर प्रतिकूल असर डाल  सकता है , क्यूंकि निवेशक भारतीय बाजार से अपना पैसा निकाल कर वहाँ लगा सकते है |

सेंसेक्स १४४ अंक की  गिरावट के साथ २६,१२१ अंक पर बंद  


Saturday 1 August 2015

This is the list Who Rejected Bajrangi Bhaijaan



Bajrangi Bhaijaan is a movie about India and Pakistan Relationship ,where the move emphasize on to make relationship better in between India an Pakistan.

1) Hrithik Roshan
The film was originally supposed to be made by the Roshans and Hrithik was supposed to play the lead. Rakesh Roshan loved the film so much that he wanted to buy it off Vijayendra Prasad, who wrote the script. But since the deal could not work out, the script was passed on to Kabir Khan! 
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2) Allu Arjun
A big superstar down south, Allu was offered the lead role. Unfortunately, due to prior commitments, Allu could not sign on.
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3) Puneeth Rajkumar
Puneeth Rajkumar is a huge star of the Kannada film industry. He is an actor, singer as well as a TV presenter. Unfortunately, none of his skills could be showcased in Bajrangi Bhaijaan because he rejected the film.
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4) Rajnikanth
You read that right. Thalaiva himself was offered the lead, but God knows why, he turned it down! We don’t see Salman complaining though!
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5) Aamir Khan
Apparently, Aamir loved the script a lot and he was really keen on being a part of the project. But their dates could not match and hence the role ultimately was passed on to Salman Khan. Those tears that Aamir had at the screening of Bajrangi Bhaijaan, were tears of regret, we say!
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And now that the film’s turned out to be such a heart-warming blockbuster, we cannot imagine anyone else in the lead except our very own Bhai! No regrets that the others rejected the film.